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वैकल्पिक चिकित्सा क्या है ?
वैकल्पिक चिकित्सा से तात्पर्य एक ऐसी चिकित्सा पद्धति से है, जिसमें उपचार की असंख्य ऐसी विधियाँ शामिल हैं, जो प्राण ऊर्जा के सिद्धान्त पर कार्य करती है। इस चिकित्सा पद्धति की मूल मान्यता यह है कि ऊर्जा के असंतुलन के कारण ही कोई भी रोग उत्पन्न होता है और विकृति स्थूल या भौतिक शरीर से पहले सूक्ष्म या ऊर्जा शरीर में उत्पन्न होती है। इसके उपरान्त उसके लक्षण स्थूल शरीर में दिखाई देते है।
शरीर, मन और आत्मा की एकसाथ चिकित्सा: वैकल्पिक चिकित्सा पध्दति
वैकल्पिक चिकित्सा में केवल शरीर की ही चिकित्सा नहीं की जाती वरन शरीर के साथ-साथ मन और आत्मा को भी स्वस्थ रखने पर बल दिया जाता है ऐसे उपाय अपनाये जाते है, जिससे मन एकाग्र एवं शांत हो और आत्मा संतुष्ट हो। इसी कारण इसे ‘‘समग्र चिकित्सा’’ के नाम से भी जाना जाता है।
वैकल्पिक चिकित्सा अब अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचलित हो गई है। जैसे संसार में उपासना के अनेक सम्प्रदाय हैं, उसी प्रकार वैकल्पिक चिकित्सा की भी सैकड़ों विधियाँ (पध्दतियाँ) हैं। परन्तु प्राचीन चिकित्सा पध्दतियों में ऐसे भी उपचार विधियाँ हैं जो रोग के गुण-दोषों को साम्यावस्था में लाकर स्थायी लाभ एवं आरोग्य प्रदान करते हैं। ऐसी ही चिकित्सा विधियों की जानकारी देने का हमने प्रयास किया है, जिसे वैकल्पिक चिकित्सा की उपाधि दी गई है।
वैकल्पिक चिकित्सा के अन्तर्गत अनेक चिकित्सा ‘पैथियाँ’ आती हैं जिनमें सर्वाधिक प्रचलित की जानकारी दे रहे हैं –